Saturday, 6 January 2018

जानिए वजन कम करने के लिए रोटी खाएं या चावल !

जानिए वजन कम करने के लिए रोटी खाएं या चावल !

चावल और रोटी ने अक्सर हमारे वजन घटाने की योजना को खतरे में डाला है। जैसा कि हम दोनों ही चीजें खाकर बड़े हुए हैं, उस हिसाब किसी एक को छोड़ना बहुत मुश्किल होता है। हालांकि वजन कम करने के उद्देश्य से जरूरी नहीं है कोई चीज आप छोड़ दें।

लोग सोचते हैं कि कार्बोहाइड्रेट लेना बंद करने से आप वजन को कम कर सकते हैं। चावल और रोटी दोनों ही कार्बोहाड्रेट का स्त्रोत होते हैं, ऐसे में पूरी तरह से किसी एक को बंद कर देना ठीक नहीं है।

हालांकि जब बात आती है वजन कम करने की तो रोटी खाना ही सही च्वॉइस है, क्योंकि रोटी और चावल में सबसे बड़ा अंतर ये है कि चावल में सोडियम नहीं पाया जाता है जबकि रोटी में 190mg सोडियम कंटेंट होता है।

जिन लोगों को डॉक्टर ने सोडियम कम करने को कहा वह रोटी कम कर सकते हैं, लेकिन वजन कम करते समय आपको रोटी ही चुननी चाहिए क्योंकि रोटी में फाइबर, प्रोटीन भी पाया जाता है जो कि चावल में नहीं होता।

अगर आप डाइट पर हैं तो दिन में 4 रोटी से अधिक न खाएं। डिनर में रोटियां रात 7.30 बजे से पहले खा लेनी चाहिए।

इन 9 तरीकों से कम करें 1 दिन में 1 KG मोटापा... जी नहीं, हम मज़ाक बिल्‍कुल नही कर रहे

इन 9 तरीकों से कम करें 1 दिन में 1 KG मोटापा... जी नहीं, हम मज़ाक बिल्‍कुल नही कर रहे

इन उपायों से 2 हफ्ते में घटायें वज़न |
बाहर की ओर निकली हुई तोंद देखने में बड़ी ही खराब लगती है। ऐसे में हर कोई वजन कम करने के लिए भरसक प्रयास करता है, लेकिन कितना अच्छा होता कि हमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती और अपनी रूटीन लाइफ में एक सामान्य से बदलाव मात्र से ही हम अपना वजन कम कर लेते।

पर दोस्‍तों ऐसा मुमकिन है कि आप एक दिन में ही मोटापा कम कर सकते हैं। जी हां, आज हम आपको ऐसे कुछ ट्रिक्‍स बताएंगे, जिसकी मदद से आप 1 दिन में 1 किलो वजन आराम से कम कर सकते हैं। अगर यकीन नहीं आता तो ये ट्रिक एक दिन के लिये आजमा लें।

चीनी को कहें बाय
मोटापा कम करना है तो बेहतर होगा कि आज से ही आप चीनी का सेवन कम करना शुरू कर दें। हाल ही में हुए शोध में इस बात की पुष्टि हुई है कि जो लोग लो फैट डाइट लेते हैं और शुगर से दूर रहते हैं, वे डाइट में ज्यादा शुगर लेने वालों की तुलना में ज्यादा फिट रहते हैं। एक चम्मच चीनी में 16 कैलोरी होती है , जिसे आसानी से मेटाबोलिज्म से शरीर उर्जा प्राप्त कर लेता है। इसलिए चीनी का संतुलित प्रयोग मोटापा नहीं बढता है लेकिन चीनी से बनी मिठाइयाँ जैसे जलेबी, बालूशाही, लड्डू इत्यादि वसा के साथ साथ अधिक चीनी के प्रयोग के कारण मोटापा बढाती हैं।

डाइट में शामिल करें प्रोटीन
अगर आपको 80 किलो वजन कम करना है तो, 80-175 ग्राम प्रोटीन का सेवन करें। यदि आप वेजिटेरियन हैं और चिकन या अंडे का सेवन नहीं कर सकते तो, वे प्रोटीन का सेवन करें, जिससे आपको अच्‍छी मात्रा में प्रोटीन मिले। प्रोटीन में भूख को दबाने वाला गुण पाया जाता है जो पेट भरने के 20 मिनट पहले ही आपको भूख खतम होने का एहसास करवा देगा।

चाय पिएं
हम यहां केवल ग्रीन टी की बात नहीं कर रहे हैं बल्‍कि आप अपनी डाइट में पिपरमिंट टी, ऊलॉंग टी और माचा टी पी सकते हैं। इससे फैट काफी तेजी से बर्न होता है। इन प्रकार की चाय में catechins होता है(एक प्रकार का प्राकृतिक phenol और antioxidant) जो कि मेटाबॉलिज्‍म को तेज कर के फैट बर्न करने में मदद करता है, चाहे आप वर्कआउट करें या ना करें।

फाइबर से भरे फूड खाएं
बैली के पास जो फैट है वह फाइबर खाने से कम होगा। अगर आप फाइबर युक्‍त फूड खाते हैं तो उससे पेट लंबे समय तक भरा रहेगा। इससे पेट का डायजेशन भी अच्‍छा रहता है।

फास्‍ट फूड को कहें ना
हमेशा याद रखिए कि फास्ट फूड या सॉफ्ट ड्रिंक सेहत के सबसे बड़े दुश्मन हैं। पिज्जा, बर्गर, चाऊमीन, बेकरी उत्पाद और कोल्ड ड्रिंक का सेवन जितना कम करेंगे उतना ही अच्छा। फास्ट फूड में मैंदा, वसा, सुगर बहुत ज्यादा होती है। इनमें मौजूद ट्रांसफैट दिल के लिए खतरनाक होते हैं। ये शरीर में वसा का संचय बढ़ाते हैं जिससे मोटापा बढ़ता है। सेब और नाशपति अच्छे विकल्प हैं। इनमें फाइबर काफी अधिक मात्रा में होता है, जिससे आपका पेट काफी लंबे समय तक भरा रहता है। सब्‍जियों में आप हर हरी पत्‍तेदार सब्‍जियां और बींस आदि खा सकते हैं।

कीजिये थोड़ी एक्‍सरसाइज
मोटापा बढने की वजह से हमारी खराब लाइफस्‍टाइल। दिनभर ऑफिस में बैठे रहने से ना केवल बीमारियां देता है बल्‍कि मोटापा भी बढाता है। इसलिये आपको जब भी समय मिले, तब वॉक पर निकल जाएं। आप चाहें तो सीढियां भी चढ सकती हैं।

शराब ना पिएं
अगर आप डायटिंग करते हैं लेकिन मौका मिलने पर शराब पी लेते हैं तो समझिये कि आपका मोटापा कभी कम नहीं हो सकता। अगर आप शराब के एक पूरे ग्लास का सेवन करते हैं तो शरीर को 178 कैलोरी मिलती है। जो कि 2 चॉकलेट बिस्कुट खाने से मिलने वालीएनर्जी के बराबर है।

सॉफ्टड्रिंक का सेवन कम करें
एक रिसर्च के मुताबिक कोल्ड ड्रिंक पीने के 10 मिनट बाद से ही शरीर के अंदर नुकसान की शुरुआत हो जाती है। कोल्ड ड्रिंक में काफी मात्रा में शुगर और फ्रक्टोस जैसे कैलोरी वाले तत्व होते हैं जो मोटापा बढ़ाते हैं। कोल्ड ड्रिंक मे जिस स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है वह शुगर से भरपूर होता है।

खूब गरम पानी का सेवन करें
दिन भर में ढेर सारा गरम पानी पिएं। खुद को बिल्‍कुल भी डीहाइड्रेट ना रखें। पानी पीने से शरीर की गंदगी बाहर निकलती है। और जब आपकी बॉडी में से गंदगी निकल जाती है तो आपके शरीर का मेटाबॉलिज्‍म बढने लगता है। इससे शरीर की एनर्जी बढती है। और जब आप गरम पानी पीते हैं तो उससे रिजल्‍ट जल्‍दी मिलता है।

शर्त लगा लीजिए इसे पढ़ लिया तो कभी नहीं निकलेगा आपका पेट

शर्त लगा लीजिए इसे पढ़ लिया तो कभी नहीं निकलेगा आपका पेट

दोस्तों आजकल की भागदौड़ भारी जिंदगी में पेट निकलना एक आम समस्या होती जा रही है। जिसमें कि युवा वर्ग इससे सबसे अधिक परेशान हो रहा है। अक्सर लोग समझते हैं कि सिर्फ पनीर या मक्खन जैसी फैटी चीज़ें खाने से ही पेट निकलता है। पर हम आपको बता दें ये गलत है ऐसी और भी कई वजह हैं जिनसे हमारा पेट निकलने लगता है। आज हम आपको इन्हीं वजहों के बारे में बताने जा रहे हैं इन पर ध्यान दीजिये और पेट निकलने की समस्या से बचिए।

तो आइये जानते हैं विस्तार से –

·नाश्ता ना करना – दोस्तों आजकल के बिजी शेड्यूल के कारण कई लोग नाश्ता नहीं करते हैं। पर आपको बता दें ऐसा अगर आप भी कर रहे हैं तो यह बिलकुल गलत है। नाश्ता ना करने से हमारा मेटाबोलिज्म धीमा पड़ जाता है जिससे वजन बढ़ने लगता है।

·तनाव में रहने से – दोस्तों अगर आप हमेशा तनाव में रहते हैं तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है क्यों कि हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है जो लोग अधिक स्ट्रेसफुल रहते हैं उनके मोटे होने के चांस भी अधिक हो जाते हैं।

·अल्कोहल का अधिक सेवन – दोस्तों जो लोग अल्कोहल सेवन अधिक करते हैं वे शरीर में अतिरिक्त कैलोरी हासिल कर लेते हैं। जिससे पेट व आसपास के हिस्सों में मोटापा बढ़ने लगता है। इसलिए जितना संभव हो इसका सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करें।

·रात के खाने में देर करना – दोस्तों हम में से अधिकतर लोग डिनर देर रात में करते हैं। जिसकी वजह से खाने में मौजूद फैट सोने के दौरान पूरी तरह से ऊर्जा में परिवर्तित नहीं हो पाता है। जिससे पेट निकलने की समस्या धीरे धीरे बढ़ने लगती है। इससे आपको अपच जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

·अपर्याप्त नींद – दोस्तों आपको बता दें नींद का पूरी तरह से ना पूरा होना भी आपके मोटापे की प्रमुख वजह बन सकता है। हाल ही में अमेरिका में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग लम्बे समय तक कम सोते हैं। उन लोगों में मोटापे की समस्या अधिक पायी जाती है।

अगर आपके पास भी इस पर कोई सुझाव हो और साथ ही आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताएं।

लहसुन है अमृत लेकिन 99 प्रतिशत लोग नहीं जानते इसे खाने का सही तरीका

लहसुन है अमृत लेकिन 99 प्रतिशत लोग नहीं जानते इसे खाने का सही तरीका

लहसुन का इस्तेमाल सभी करते ही है। लहसुन का इस्तेमाल सब्जियां बनाने से लेकर लगभग सभी प्रकार के व्यंजनों में भी किया जाता है। यह सभी के घर में पाया जाता है और हर व्यक्ति इसका इस्तेमाल कभी न कभी तो जरूर करता है। इसके सेवन से हमारे शरीर को बहुत फायदे होते है। आप भी लहसुन के सेवन से होने वाले फायदों से जरूर वाकिफ होंगे।

लेकिन कई लोग लहसुन का इस्तेमाल का गलत तरीका आपको बताते है। जिस कारण लहसुन के सही फायदे आपको नहीं मिल पाते और आप इसका अच्छे से फायदा नहीं उठा पाते। अगर आप भी लहसुन का सेवन करके फायदे उठाना चाहते है लेकिन आपको नहीं पता की कब और कैसे लहसुन का सेवन करने से हमें ज्यादा फायदे होते है। तो आज हम आपको लहसुन के सेवन से होने वाले फायदे और इसका सेवन करने का सही तरीका बताएँगे। क्योंकि लहसुन को सही तरीके से सेवन करने से आपको इसके सारे फायदे मिलते है।

लहसुन के सेवन से होने वाले फायदे :-
क्या आप जानते है की लहसुन का सेवन हार्ट अटैक के खतरे को कम करने का काम करता है। दिल के मरीज को लहसुन का सेवन प्रतिदिन जरूर करना चाहिए। क्योंकि लहसुन हमारे शरीर से कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है। ये आपके शरीर में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित में रखने का काम भी करता है और साथ ही दिल की नसों में होने वाली रूकावट को भी खत्म कर देता है।
क्या आपको सर्दी,जुकाम की समस्या है तो लहसुन इसे आसानी से दूर कर देता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए लहसुन काफी उपयोगी है।
लहसुन आपके शरीर की आंतो की गंदगी को भी साफ़ करता है। लहसुन एक डेटॉक्स की तरह हमारे शरीर में काम करता है। जो आपके शरीर से विषाक्त पदार्थ को भी आसानी से बाहर निकाल देता है।
कैसे करे लहसुन का इस्तेमाल :-
आप वैसे तो लहसुन का सेवन सभी सब्जियों में करते है। लेकिन ऐसा करने से इसमें मौजूद सभी तत्व अपना असर कम कर देते है। इसीलिए लहसुन को सेवन करने का सबसे अच्छा तरीका है की इसको कच्चा सेवन किया जाए। ऐसा करने से हमारे शरीर को कई गुणा ज्यादा फायदे होते है।

ऑटो मोबाइल सेक्टर में साल 2017 में एसयूवी कारों का खासा दबदबा रहा और 2018 में भी यह सिलसिला बने रहने की पूरी उम्मीद की जा रही है। भारत में इस सेक्टर का एक बड़ा बाजार मौजूद है। यही वजह है कि कार बनाने वाली शीर्ष कंपनियों का रुझान भारत की ओर बढ़ता जा रहा है।
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में एसयूवी या स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल काफी तेजी से लोकप्रिय हुए हैं, यह बात कार निर्माता कंपनियां भी भली-भांति जानती हैं। मौजूदा समय में मारुती सुजुकी अपनी एसयूवी कार वितारा ब्रेज़ा के साथ इस दौड़ में बढ़त बनाई हुई है, पर बाकी कार निर्माता कंपनियों ने ब्रेज़ा को टक्कर देने की पूरी तैयारी कर रखी है।
आइए देखते हैं 2018 में भारतीय बाजार किन नई एसयूवी कारों से सजने वाला है।

1. टाटा क्यू-501

क्यू-501 के बारे में कहा जा रहा है कि यह भारतीय बाजार में टाटा की सबसे खास एसयूवी के तौर पर उतारी जाएगी। मध्यम आकार की यह प्रीमियम एसयूवी पुरानी लेकिन भरोसेमंद फ्रीलैंडर 2 पर आधारित है। कुछ खबरों के अनुसार यह एसयूवी 5 एवं 7 सीटों के वेरिएंट में लांच की जाएगी। टाटा की यह महत्वाकांक्षी एसयूवी सितम्बर 2018 तक बाजार में आने की उम्मीद है।

2. निसान किक्स
निसान को भारतीय बाजार में कार उतारे काफी समय हो गया है। किक्स से उम्मीद है कि यह भारतीय बाजार में निसान को फिर से उठने में मदद कर सकती है। कुछ समय पहले निसान मोटर्स के वाईस प्रेसिडेंट ने एक साक्षात्कार के दौरान पुष्टि करते हुए बताया कि साल 2018 में किक्स को भारतीय बाजार में उतारा जाएगा। यह एसयूवी रेनो डस्टर जैसी एसयूवी को कड़ी टक्कर दे सकती है।


3. स्कोडा कैरोक
हाल ही में स्कोडा की इस नई एसयूवी को मुंबई की सड़कों पर टेस्टिंग के दौरान देखा गया था। यह एसयूवी बंद हो चुकी स्कोडा येति की जगह लेगी। हालांकि कैरोक का भारत सफर अभी थोड़ा समय लेगा, भारत में यह एसयूवी कार 2018, दिसंबर में लांच की जाएगी। इसकी कीमत 20-22 लाख रुपये तक हो सकती है।

4. लेम्बोर्गिनी उरुस
उरुस, प्रतिष्ठित कार निर्माता लेम्बोर्गिनी के द्वारा एसयूवी श्रेणी में लाई गई पहली कार है। लेम्बोर्गिनी के एसयूवी श्रेणी में उतरने से एक्सक्लूसिव व महंगी कार निर्माता कंपनियों के लिए एक नई चुनौती सामने आएगी। उरुस एक ताकतवर एसयूवी होने के साथ ही आरामदायक व लक्जरी कार का अनुभव भी देगी। लेम्बोर्गिनी उरुस, मुंबई में 11 जनवरी 2018 को लांच की जानी है, जिसकी कीमत करीब 3.5 करोड़ रुपये तक हो सकती है।


5. जैगुआर ई-पेस
ब्रिटिश कार निर्माता कंपनी जैगुआर इसके पहले एसयूवी एफ-पेस लेकर आई थी। एफ-पेस के बाद जैगुआर अब दूसरी एसयूवी ई-पेस के साथ भारतीय बाजार में दस्तक दे रही है। भारतीय बाजार में जैगुआर काफी लोकप्रिय है, ऐसे में ई-पेस को लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल सकती है। जैगुआर ई-पेस, ऑटो एक्सपो 2018 में लांच की जा सकती है।

6. हुंडई क्रेटा फेसलिफ्ट
यदि कम बजट की एसयूवी पर बात की जाए तो हुंडई की सफल एसयूवी क्रेटा भी 2018 में एक नए रूप में वापसी करेगी। ऐसा कहा जा रहे है कि क्रेटा के इस नए रूप में लोगों को कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे। इसे 2018 के मध्य में बाजार में उतारा जाएगा। यह एसयूवी पेट्रोल व डीजल, दोनों वेरिएंट में उपलब्ध होगी।


7. पोर्शे कायेन - तीसरी जनरेशन
लक्जरी कारों की दुनिया में पोर्शे की एक अलग ही पहचान है। भारत में कायेन के शुरूआती मॉडल पोर्शे की सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में शामिल रहे हैं। अब तीसरी जनरेशन की कायेन से भी इस प्रतिष्ठित कार निर्माता कंपनी को काफी उम्मीदें हैं। इस एसयूवी के बारे में अभी ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है, उम्मीद है कि जून 2018 में पोर्शे कायेन भारतीय बाजार में उतारी जाएगी।

8. मारुति सुजुकी वितारा ब्रेज़ा - पेट्रोल
भारत में ब्रेज़ा को बड़ी सफलता मिलने के बाद मारुति सुजुकी अब इसके पेट्रोल वेरिएंट के साथ आने वाली है। खबरों के अनुसार ब्रेज़ा में 1.0 लीटर बूस्टरजेट इंजन का इस्तेमाल किया जाएगा, यही इंजन मारुती सुजुकी ने बलेनो आरएस में भी इस्तेमाल किया है। ब्रेज़ा-पेट्रोल के अप्रैल 2018 में लांच होने की बात कही जा रही है, जिसकी कीमत 7 लाख रुपये तक होने की संभावना है।

9. ऑडी क्यू5 - दूसरी जनरेशन
भारतीय बाजार में ऑडी की पकड़ काफी अच्छी रही है। क्यू5, ऑडी की सबसे लोकप्रिय एसयूवी रही है। इसके दूसरे जनरेशन को सबसे पहले पेरिस मोटर शो, 2016 में प्रदर्शित किया गया था। साल 2018 में भारतीय बाजार में शामिल होने वाली कारों की सूची में इस एसयूवी का नाम भी शामिल है। भारत में इसे 18 जनवरी, 2018 को लांच किया जाना है। ऑडी की इस शानदार एसयूवी को खरीदने के लिए आपको 50-60 लाख रुपये तक चुकाने होंगे।

10. बीएमडब्लू एक्स 3 - तीसरी जनरेशन
ऑडी के बाद जर्मन कार निर्माता कंपनी बीएमडब्लू भी अपनी सबसे लोकप्रिय एसयूवी का तीसरा जनरेशन लेकर आने वाली है। भारतीय बाजार समेत दुनिया भर में बीएमडब्लू एक्स3 एक लोकप्रिय एसयूवी के रूप में गिनी जाती है। इस एसयूवी का पहला जनरेशन 2003 में बाजार में लाया गया था, तब से लेकर अब तक कंपनी 15 लाख एक्स3 बेच चुकी है। कई छोटे-बड़े अपडेट के साथ वापस नए रूप में आ रही एक्स3 लक्जरी एसयूवी के बाजार में बाजी मार सकती है, हालांकि इसे ऑडी क्यू5 से कड़ी टक्कर मिलेगी। इसकी कीमत भी 50-60 लाख रुपये तक रहने की संभावना है।
साल 2018 भारत के एसयूवी प्रेमियों के लिए काफी उत्साह भरा साबित हो सकता है। इसमें महंगी लक्जरी एसयूवी से लेकर बजट एसयूवी कारें तक दस्तक देती हुई नजर आ रही हैं। तो आप भी अपनी मनपसंद एसयूवी का चुनाव कर लीजिए।

तस्वीरों में देखें साल 2018 में लॉन्च होने वाली कार, मचाएंगी सड़को पर धूम, जानें इनकी कीमत

तस्वीरों में देखें साल 2018 में लॉन्च होने वाली कार, मचाएंगी सड़को पर धूम, जानें इनकी कीमत

          मारुति सुजूकी जिम्नी
मारुति सुजूकी अपनी नई कार जिम्नी को अगले साल लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इस कार को मार्च में होने वाले जिनिवा मोटर शो-2018 में पेश किया जाएगा। भारतीय मार्केट में इसका मुकाबला महिंद्रा थार से होगा। नई जिम्नी में 1.2 लीटर पेट्रोल और 1.0 लीटर बूस्टरजेट टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन का विकल्प दिया जा सकता है। 2018 मारुति सुजूकी जिम्नी की कीमत करीब 6.5 लाख (एक्स-शोरूम) हो सकती है।

ऑडी एस क्यू 7
साल 2018 में कंपनी अपनी पावरफुल एसयूवी कार ऑडी एस क्यू 7 को लॉच कर सकती है। यह कार स्पॉर्टी लुक के साथ काफी दमदार होगी। इसमें 4.0 लीटर V8 डीजल इंजन लगा होगा। इसके बाहरी डिजायन से लेकर कैबिन तक में कई अच्छे फीचर्स को शामिल किया जायेगा। इस एसयूवी की अनुमानित कीमत 1 करोड़ रुपये के आस-पास हो सकती है।

जीप रेनेगेड
जीप रेनेगेड के फेसलिफ्ट अवतार को टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह साल 2018 में लॉन्च होगी। जीप कारों की रेंज में इसे कंपास एसयूवी के नीचे पोजिशन किया जाएगा। इसकी कीमत दस लाख रूपए के आसपास होगी। 2019 जीप रेनेगेड को कंपास एसयूवी वाले स्मॉल वाइड 4x4 प्लेटफार्म पर तैयार किया गया है। इसका डिजायन जीप ग्रैंड चेरोकी से मिलता-जुलता है, वहीं राउंड हैडलैंप्स, 7-स्लेट ग्रिल और स्कवायर टैललैंप्स में रैंग्लर की झलक दिखाई देती है।

जीप रेनेगेड
जीप रेनेगेड के फेसलिफ्ट अवतार को टेस्टिंग के दौरान देखा गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह साल 2018 में लॉन्च होगी। जीप कारों की रेंज में इसे कंपास एसयूवी के नीचे पोजिशन किया जाएगा। इसकी कीमत दस लाख रूपए के आसपास होगी। 2019 जीप रेनेगेड को कंपास एसयूवी वाले स्मॉल वाइड 4x4 प्लेटफार्म पर तैयार किया गया है। इसका डिजायन जीप ग्रैंड चेरोकी से मिलता-जुलता है, वहीं राउंड हैडलैंप्स, 7-स्लेट ग्रिल और स्कवायर टैललैंप्स में रैंग्लर की झलक दिखाई देती है।

निसान एक्स-ट्रेल
नई निसान एक्स-ट्रेल एसयूवी यूरोप में लॉन्च होने के बाद अब भारत में लॉन्च होने की तैयारी में है। एक्स-ट्रेल निसान की एक बेहद प्रीमियम एसयूवी होगी जो कंपनी की मौजूदा कॉम्पेक्ट एसयूवी टेरानो से ऊपर के सेगमेंट में आएगी। भारत में इसकी अनुमानित कीमत 20 से 22 लाख रूपये के आस-पास हो सकती है।

Monday, 1 January 2018

अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि 2018 में भूकंप के झटकों से दुनिया दहल जाएगी

नई दिल्ली (31 दिसंबर): अमेरिकी वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि 2018 में भूकंप के झटकों से दुनिया दहल जाएगी।
    जियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ अमेरिका ने बताया है कि पृथ्वी के घूमने की गति में आए बदलाव की वजह से आएंगे विनाशकारी भूकंप। इंटरनेट पर यह खबर तेजी से वायरल हो रही है।
खबरों के मुताबिक 2018 भूकंप के लिहाज से सबसे विनाशकारी साल साबित होगा। इन खबरों में एक सर्वे का हवाला दिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि 2018 में जो भूकंप आएंगे, वो रिक्टर स्केल पर 7 की तीव्रता से भी ज्यादा होंगे और धरती पर महाविनाश हो जाएगा। वायरल खबर के मुताबिक धरती के अपनी धुरी पर घूमने की गति में बदलाव आ रहे हैं, जिसकी वजह से दुनिया भर में अगले साल विनाशकारी भूकंप आएंगे।
वायरल खबर में एक रिपोर्ट का जिक्र है जिसमें पृथ्वी के घूमने की गति का भूकंप से सीधा संबंध होता है। वायरल खबरों में ये भी दावा है कि पृथ्वी के घूमने की गति में मामूली उतार चढ़ाव हुआ है। एक दिन में धरती के घूमने की गति 1 मिली सेकंड कम हो गई है। अब सवाल ये था कि क्या सच में धरती के घूमने की गति सुस्त पड़ गई है। सवाल ये भी कि धरती की धुरी पर घूमने की गति का सिर्फ 1 मिलीसेकंड का अंतर पूरी धरती पर भूकंप ला सकता है ?
हमने इस खबर को इंटरनेट पर सर्च किया तो पता चला कि ये रिपोर्ट अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो के रोजर बिल्हम और यूनिवर्सिटी ऑफ मोंटाना की रेबेका बेंडिक ने भूकंप पर किए गए रिसर्च का नतीजा है। दरअसल वायरल खबर में जिस रिपोर्ट का जिक्र किया जा रहा है उसमें अमेरिका के वैज्ञानिकों ने 1900 साल पहले के भूकंपो पर शोध किया था। रिसर्च का एक हिस्सा पृथ्वी के घूमने की रफ्तार भी था। रिसर्च के मुताबिक पृथ्वी के घूमने की रफ्तार धीमी होती है तो इसके कोर में बदलाव आता है, जिससे भूकंप के आने की आशंका बढ़ जाती है।
लेकिन पृथ्वी के घूमने की रफ्तार भी अचानक नहीं बदल रही, ये धीरे-धीरे बदलती है और इससे पृथ्वी की कोर में कितना बदलाव आएगा ये कहना भी जल्दबाजी है। इसलिए पृथ्वी के घूमने की रफ्तार धीमी होने से 2018 में भूकंप आने की खबर को सही नहीं कहा जा सकता। हमारी पड़ताल में अगले साल से हर दिन भूकंप आने की वायरल खबर झूठ साबित हुई।